हाँ - मिल सकता है, पर शर्तों के साथ। बॉँक/लेंडर आपके खराब CIBIL (या low credit-score) को देखते हैं। पर कुछ NBFCs/फिनटेक, small finance banks या secured-loan विकल्प उस स्थिति में भी लोन देने को तैयार रहते हैं। सामान्य तौर पर उच्च ब्याज, ज्यादा डॉक्यूमेंटेशन, को-अप्लिकेंट/गैर-परोलैटरल सिक्योरिटी या छोटे अमाउंट/कम अवधि की शर्त पर।
नीचे आसान भाषा में बताऊँगा कि कौन-कौन से विकल्प हैं,
कब वे व्यवहारिक होते हैं,
क्या जोखिम है और आप क्या-क्या तैयार रखें ताकि स्वीकृति के-चांस बढ़ें।

Cibil खराब होने पर कौन सा बैंक पर्सनल लोन देता है?

कौन-कौन लेंडर्स (बड़े-नाम) खराब CIBIL पर भी देते हैं?
- NBFCs / Fintech lenders : KreditBee, Bajaj Finserv (Insta offers), Aditya Birla Capital जैसी कंपनियाँ और कई डिजिटल-लेंडर कॉम्पनियाँ low/average CIBIL वाले कस्टमर के लिए ऑफर देती हैं। पर ये अक्सर अलग eligibility और higher APR रखती हैं। उदाहरण: KreditBee और Bajaj Finserv अपने पेज पर low-credit/ pre-qualified या tailored offers का जिक्र करते हैं।
- Specialised NBFCs / local finance companies : Shriram Finance जैसे NBFCs छोटे/मध्यम क्रेडिट वालों को products देते हैं (e.g. 600–700 score के लिए विकल्प)।
- Small Finance Banks / Regional Banks : कुछ छोटे बैंक क्षेत्रीय ग्राहक को case-by-case देखते हैं। Relation banking या branch-level approval से मदद मिल सकती है।
- Secured loans (banks + NBFCs दोनों) : FD-backed loan, gold loan, या property mortgage पर बैंक अक्सर आसान शर्तों पर पैसा दे देते हैं। क्योंकि सिक्योरिटी होने पर CIBIL का असर कम होता है। (बड़े बैंक secured loan के लिए flexible होते हैं)।
महत्वपूर्ण: बड़े पैमाने पर रिटेल बैंक (like big public/private banks) सामान्यतः High CIBIL चाहते हैं (700+ या 750+). कम स्कोर पर बैंक-direct personal loan मिलना मुश्किल हो सकता है। पर NBFC/fintech सिलेक्ट कर लेते हैं।
किस तरह का लोन ज्यादा मिल पाएगा - Unsecured vs Secured
- Unsecured personal loan (बिना सिक्योरिटी): खराब CIBIL पर मिलना कठिन है। मिलना भी तो बड़ी ब्याज दर, कम टेन्योर और कम अमाउंट पर। Fintech/NBFCs छोटे-टिकट instant-loans देती हैं।
- Secured loan (FD/gold/property के खिलाफ): बैंक/NBFC दोनों सिक्योरिटी वाले लोन पर अधिक तैयार रहते हैं। क्योंकि लेंडर का रिस्क कम होता है। यह सबसे भरोसेमंद रास्ता है अगर CIBIL खराब है।
कोई-कौन से practical रास्ते हैं (अमल में क्या करें)
- Co-applicant/Guarantor रखें : मालिकाना/कमजोर स्कोर होने पर co-applicant (माता-पिता/पति/पत्नी) के साथ आवेदन करने से बैंक मंजूर कर सकता है।
- Secured option अपनाएँ : FD-loan, gold loan या property mortgage से तत्काल पैसा मिलना आसान रहेगा।
- छोटी रकम और कम अवधि माँगें : छोटे-टिकट loans approve होने के चांस बढ़ाते हैं।
- NBFC/fintech प्लेटफ़ॉर्म्स देखें : KreditBee, Bajaj Finserv, Aditya Birla Capital जैसी कंपनियाँ low-credit applicants को ऑफर देती हैं (पर शर्तें पढ़ें )।
- Local branches/relationship banking ट्राई करें : जहां branch आपका मौजूदा relation देख कर flexible हो सकती है।
किन बातों का रखें खास ख्याल (जो आपकी मंजूरी पर असर डालेंगी)
- आय-स्तर और स्थिरता: मासिक नेट-इनकम, employer-type और bank-inflows बैंक के लिये सबसे बड़ा भरोसा हैं। अच्छी और steady salary होना CIBIL से भी ज़्यादा मदद कर सकता है।
- नया-क्रेडिट हिस्ट्री बनाइए: छोटे-छोटे क्रेडिट (secured credit card, EMIs) लेकर सही तरीके से repay करें। इससे फैसला बदल सकता है।
- डिस्क्लोजर और दस्तावेज़: पुराने settled/written-off records की पूरी जानकारी लें और बैंक से discuss करें। कुछ lenders case-by-case समझौता-रिकॉर्ड स्वीकार करते हैं।
जोखिम और सावधानियाँ — इनसे बचें
- उच्च APR और छिपी फीस: low-CIBIL लोन पर APR अक्सर बहुत ऊँचा होता है। Processing fees, foreclosure penalties और late charges भी देखते हैं। APR/Total Payable पहले से पूछें।
- अनरेगुलेटेड ऐप्स/एजेंट: कुछ फेक loan-apps या recovery-agents धोखाधड़ी करते हैं। केवल RBI-regulated बैंक/NBFC और official apps/portals से ही अप्लाई करें। RBI की डिजिटल-लेंडिंग दिशानिर्देश और consumer protection पर ध्यान दें।
- Advance fee / OTP शेयर न करें: किसी भी तरह का upfront पैसे मांगे जाने पर सावधान रहें। OTP/UPI-PIN किसी को न दें।
आवेदन से पहले क्या तैयार रखें (checklist)
- मौजूदा bank statements (6–12 months) - inflows दिखाएँ।
- Salary slips / Form-16 / ITR - income proof।
- ID/Address (Aadhaar, PAN)।
- Co-applicant documents (यदि हैं)।
- Collateral documents (FD certificate, gold details, property papers) - यदि secured ले रहे हों।
- स्पष्ट explanation: अगर पहले default हुआ था तो लिखित में short explanation और settlement proof रखें। कुछ lenders case-by-case सहमत होते हैं।
व्यवहारिक सुझाव - कैसे बेहतर ऑफर पाएं
- Pre-approved offers: अगर आपने पहले किसी NBFC/bank से लेन-देन किया है, pre-approved limits देखें। कभी-कभी वो बेहतर होते हैं।
- Compare platforms (aggregators): PaisaBazaar/BankBazaar जैसी साइट्स पर NBFC options और APR compare करें। पर अंतिम निर्णय lender-site पर ही लें।
- Negotiate: co-applicant, tenure, processing fee पर बैंक से negotiate करें। Secured loan में बेहतर दर मिल सकती है।
FAQs (साधारण जवाब)
Q: अगर मेरा CIBIL खराब है तो कौन-सा लेंडर सबसे पहले देता है?
आम तौर पर NBFCs, फिनटेक ऐप्स और छोटे-फाइनेंस बैंक केस-बाय-केस पर लोन दे सकते हैं। बड़े सार्वजनिक/प्राइवेट बैंक unsecured personal loan पर कड़ी शर्तें रखते हैं। Secured लोन (FD/gold/property against) मिलने की सम्भावना सबसे ज़्यादा रहती है।
Q: क्या मैं खराब CIBIL होने पर भी unsecured personal loan ले सकता/सकती हूँ?
संभव है पर मुश्किल। ऐसे लोन मिलें तो अक्सर कम अमाउंट,
कम अवधि और बहुत ऊँची ब्याज दर पर मिलते हैं। बेहतर विकल्प है secured loan या co-applicant के साथ आवेदन।
Q: खराब CIBIL पर मिलने वाले लोन की दरें कैसी होंगी?
सामान्यतः बड़ी दरें (high APR) और अधिक fees देखने को मिलती हैं। इसलिए multiple
lenders से APR और total
payable की तुलना ज़रूर करें। Secured loan पर दर अपेक्षाकृत कम होगी बनिस्पत Unsecured offfers के।
Q: आवेदन करने से पहले किन बातों से सावधान रहूँ?
केवल RBI-regulated
बैंक/NBFC या भरोसेमंद प्लेटफॉर्म से ही अप्लाई करें;
किसी से advance fee या OTP/UPI PIN शेयर न करें। Sanction-letter और loan-agreement ध्यान से पढ़ें (processing fee, prepayment penalty,
foreclosure terms) और shady recovery-practices की चुनौतियों के लिए लिखित रिकॉर्ड रखें।
निष्कर्ष (Conclusion)
कुल मिलाकर, सीविल/क्रेडिट स्कोर खराब होने पर भी पर्सनल लोन मिल सकता है। पर आसान नहीं और शर्तें कठोर हो सकती हैं। सबसे व्यवहारिक रास्ते हैं - Secured loan (FD/gold/property के खिलाफ) लेना, co-applicant/guarantor रखना, या छोटे-टिकट/कम अवधि वाले ऑफर लेना। NBFCs, छोटे-बैंक्स और कुछ फिनटेक प्लेटफॉर्म्स ऐसे मामलों को केस-बाय-केस देख सकते हैं। पर ये अक्सर ऊँचे ब्याज और अतिरिक्त शर्तों के साथ होंगे। आवेदन करने से पहले APR, fees और lender की रेगुलेशन-स्टेटस (RBI-regulated है या नहीं) अच्छी तरह जांच लें और दस्तावेज़ (income, bank statements, collateral व settlement proof) पहले से तैयार रखें। इससे मंज़ूरी के चांस बढ़ते हैं और जोखिम कम होता है।
Resources - आगे पढ़ने के लिए (आधिकारिक / उपयोगी लिंक)
- KreditBee : Personal loan for low credit score (official). (KreditBee)
- Bajaj Finserv : Personal loan & guidance for low CIBIL applicants. (www.bajajfinserv.in)
- Aditya Birla Capital : personal loans for low CIBIL (product info). (Aditya Birla Capital)
- Shriram Finance : offers for credit score 600–700 (example NBFC). (Shriram Finance)
- BankBazaar / PaisaBazaar : general eligibility and comparison (understand bank vs NBFC differences). (Paisabazaar)
- RBI : Digital Lending Directions / Fair lending & consumer protection. (Vinod Kothari)
Disclaimer : यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है। वास्तविक निर्णय हर लेंडर की internal policy, आपकी income और credit-history पर निर्भर करेगा। बड़े पैमाने पर loan लेने से पहले लेंडर की आधिकारिक शर्तें, APR और दस्तावेज़ी प्रमाण ध्यान से पढ़ें और ज़रूरत पड़ने पर प्रमाणित वित्तीय सलाहकार से संपर्क करें।
Read: Loan Rejection का Real Reason: Bank का Internal Policy और Undisclosed Criteria क्या है?